मार्केटिंग क्या है? | Marketing Meaning in Hindi

मार्केटिंग क्या है : हम अक्सर देखते आ रहे हैं की मार्केट में रोजाना ना जाने कितने इन्नोवेटिव प्रोडक्ट लॉन्च होते रहते हैं। और इन उत्पादों का प्रचार (विज्ञापन) टीवी, रेडियो, वेबसाइट, सोशल मीडिया, विज्ञापन बैनर ऑफलाइन आदि जगह किया जाता है।

इन सब का उद्देश्य यह है कि जो भी उत्पाद है वह अंतिम उपयोगकर्ता तक पहुंच जाए और इसके लिए कंपनियां मार्केटिंग का सहारा लेती है अब मार्केटिंग के भी कई सारे प्रकार हैं जो आगे हम इस लेख में जानेंगे और समझेंगे कि आखिर मार्केटिंग किसे कहते हैं? मार्केटिंग है क्या और मार्केटिंग क्यों करते हैं?, मार्केटिंग कैसे करते हैं।

मार्केटिंग क्या है | Meaning of marketing in Hindi

हिंदी में मार्केटिंग का मतलब विपणन होता है। मार्केटिंग का सामान्य अर्थ ग्राहकों को किसी उत्पाद या सेवा के प्रति जागरूक करना है ताकि ग्राहक उस उत्पाद या सेवा को खरीदने के लिए प्रेरित हो सके।

उदाहरण के लिए कोई क्रीम है जिसे फेस पर लगाने से पिंपल गायब हो जाते हैं अब जिस भी User के चेहरे पर पिंपल होंगे वह कोई ना कोई क्रीम ढूंढ रहा होगा और उसके सामने एक विज्ञापन आएगा जिसमें उसे Cream का उपयोग बताया गया है और ऐसा दिखाया जाता है

कि उसे लगाने से वाकई Pimple गायब हो रहे हैं अब यूजर सीधा नजदीकी shop पर जाएगा और उसे क्रीम की मांग करेगा अगर विज्ञापन नहीं होता तो उसे उसे क्रीम के बारे में नहीं पता चलता यही मार्केटिंग है।

मार्केटिंग में कई अन्य गतिविधियाँ भी शामिल होती हैं, जैसे कस्टमर रिसर्च, प्रमोशन, स्ट्रेटेजी, सेल्स, आफ्टर सेल्स सर्विस आदि। किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस को लॉन्च करने के बाद, इन उत्पादों से कंपनी को लाभ दिलाना मार्केटिंग विभाग का काम है।

मार्केटिंग क्यों करते हैं ? | मार्केटिंग के उद्देश्य

आज के टाइम में सफल मार्केटिंग ही कंपनी को सफल बनाती हैं, आईए जानते हैं कि कंपनी मार्केटिंग क्यों करती हैं और कंपनी को marketing करने से मिलता क्या है।

कंपनी के मार्केटिंग करने के निम्नलिखित उद्देश्य हैं –

  1. कस्टमर सेटिस्फेक्शन (ग्राहक संतुष्टि) : मार्केटिंग का में मोटिव होता है कि अपने कस्टमर को संतुष्ट करना, और यह काम कंपनियां अच्छे प्रोडक्ट और सर्विस देखकर उसके बाद आफ्टर सेल सर्विस देकर करती है एक कस्टमर जितना संतुष्ट होता है उतना ही वह कंपनी के प्रति लॉयल होता है और फिर आगे में माउथ तो माउथ पब्लिसिटी भी करता है जिससे कंपनी के और ग्राहक जुड़ते जाते है।
  2. डिमांड क्रिएट करना : किसी भी प्रोडक्ट को मार्केट में लॉन्च करने से पहले ही इसकी मार्केटिंग शुरू कर दी जाती है और इसका असर यह होता है कि सही मार्केटिंग स्ट्रेटजी के कारण मार्केट में उसे प्रोडक्ट की डिमांड होने लग जाती है और लोग उसे खरीदने के लिए तैयार रहते हैं और जैसे ही वह प्रोडक्ट आता है लोग तुरंत खरीद लेते हैं उदाहरण के लिए एप्पल का मोबाइल ले लीजिए।
  3. सेल्स बढ़ाना : कंपनी का मार्केटिंग का मुख्य उद्देश्य प्रोडक्ट और सर्विसेज की सेल्स को बढ़ाना होता है और एक अच्छी मार्केटिंग स्ट्रेटजी और बेहतरीन विज्ञापन के द्वारा कंपनी अपनी सेल्स को कई गुना बढ़ा सकती हैं।
  4. कंपनी की गुडविल बनाना : जब भी कोई कंपनी मार्केट में अपनी गुडविल बनाना या सुधारना चाहती है, तो वो एक मार्केटिंग का सहारा लेती है। इसमें कस्टमर को एक सही Product देने से लेकर कंपनी के बारे में पीआर करके उसकी गुडविल को सुधारना भी मार्केटिंग का ही हिस्सा होता है। उदाहरण के लिए फेयर लवली, कोलगेट, आईटीसी की तंबाकू मैगी आदि
  5. प्रोडक्ट की क्वालिटी सुधारना : किसी भी कंपनी का प्रोडक्ट मार्केट में लॉन्च होने के बाद उसे पूरी तरह से मार्केटिंग के द्वारा ट्रैक किया जाता है। यही कारण है कि यदि प्रोडक्ट की गुणवत्ता में कहीं कोई सुधार की गुंजाईश होती है, तो कंपनी को इसकी जानकारी मार्केटिंग डिपार्टमेंट के द्वारा ही प्राप्त होती है।

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मार्केटिंग करना क्यों जरूरी है?

आईए जानते हैं की मार्केटिंग किसी भी बिजनेस के लिए क्यों जरूरी है आखिर मार्केटिंग करने से क्या फायदा होता है

Business को और बिजनेस की सफलता में मार्केटिंग क्यों महत्वपूर्ण है आई step by step एक-एक चीजों को समझते हैं

1, ब्रांड बिल्डिंग में मदद करती है मार्केटिंग

देखिए कोई भी कंपनी जब एक product या Service बनती हैं तो वह चाहती है कि यह नाम लोगों के मुंह पर छप जाए और लोग इस नाम को नहीं भूले और लोग खुद इसकी मार्केटिंग करें और उसका प्रोडक्ट अपने आप में एक Brand बन जाए,

उदाहरण के लिए नेस्ले की मैगी और आपको पता है मैगी अपने आप में एक ब्रांड बन चुका है। और यह सब कमाल सही marketing strategy का है, कुछ ब्रांड को लोग कंपनियों के नाम से नहीं बल्कि उसे उसे प्रोडक्ट के नाम से ही जानते हैं और इसी को ब्रांड बिल्डिंग कहते हैं।

2, बिजनेस गोल तय करने के लिए

आजकल सारे brands या कंपनियां बहुत समझदार हो गए हैं वह कच्चा माल या किसी भी सर्विस को बनाने से पहले मार्केट में एक मार्केटिंग करते हैं जिससे उनको पता चलता है कि क्या वाकई लोगों को यह चीज पसंद आएगी और जब असल में मार्केटिंग कर लेते हैं और डिमांड आने लगते हैं तभी ही प्रोडक्ट तैयार करते हैं

इसीलिए मार्केटिंग करना जरूरी है कि आप अपने यूजर को समझ सकते हैं और फालतू के खर्चों से बच सकते हैं वरना अपने माल बना दिया और नहीं बिका तो वह बेकार हो जाएगा।

3, नए लोगों तक पहुंच बनाना

मार्केटिंग करना इसलिए जरूरी है कि आप मार्केटिंग के माध्यम से नए कस्टमर तक आसानी से पहुंच बना सकते हैं, क्योंकि काफी सारे लोगों को प्रोडक्ट के बारे में जानकारी नहीं होती हैं इसलिए कंपनियां बार-बार उनको अपने एडवर्टाइजमेंट दिखती है

यह एक एरिया सिलेक्टेड एडवर्टाइजमेंट होता है जिसमें कंपनी यह देखी है कि किस जगह से कंपनी का प्रोडक्ट नहीं बिक रहा है और वह वहीं पर marketing करने उतर जाती हैं इसलिए मार्केटिंग करना जरूरी है आपको पता चलता है कि किस जगह से आपके कस्टमर नहीं आ रहे हैं और आपको कितना पैसा उधर मार्केटिंग में खर्च करना है।

4, कंपीटीटर को पीछे छोड़ने के लिए

Marketing ही एक ऐसा जरिया है जिसके जरिए आप अपने कंपीटीटर को पीछे रख सकते हैं आपकी जितनी अच्छी मार्केटिंग होगी आप उतने अच्छे आगे जाएंगे उदाहरण के लिए युनिलीवर को ही देख लीजिए उसने गरीब से लेकर अमीर तक सबको कवर कर रखा है, कोई भी अच्छे साबुन आज के समय में जो लोग उसे करते हैं वह सब युनिलीवर की ही है

क्योंकि उसने मार्केटिंग ही इतने अच्छे तरीके से की है कि उसकी कोई पीछे नहीं रख सकता कंपीटीटर को खा गए, आज यूनिलीवर के टक्कर में कोई भी साबुन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी नहीं है। यह सब उसकी मार्केटिंग का ही कमाल है।

5, राजस्व बढ़ाने के लिए

देखिए मार्केटिंग के द्वारा कंपनी को जो भी लीड्स मिलती है वही आगे चलकर सेल्स बनती है, और इसी से कंपनी का रेवेन्यू बढ़ता है।

Marketing के द्वारा कंपनी संभावित कस्टमर को प्रोडक्ट और सर्विस के बारे में बताकर सेल्स बढ़ाई जाती है जिसमें विज्ञापन और तरह-तरह की मार्केटिंग शामिल है अत: किसी भी कंपनी के रेवेन्यू में मार्केटिंग ही अहम भूमिका निभाती हैं।

मार्केटिंग कितने प्रकार की होती है?

मार्केटिंग दो प्रकार की होती हैं 1, Business to Business (B2B) मार्केटिंग 2, Business to Consumer (B2C) मार्केटिंग कई पहलू है जो नीचे बताए गए हैं

  1. डिजिटल मार्केटिंग: इंटरनेट और डिजिटल मीडिया के माध्यम से किया जाने वाला मार्केटिंग, जैसे कि वेबसाइट, ईमेल, सोशल मीडिया, ब्लॉगिंग, और आउटबाउंड विज्ञापन।
  2. ट्रेडिशनल मार्केटिंग: पुराने तरीकों का उपयोग करके किया जाने वाला मार्केटिंग, जैसे कि प्रिंट मीडिया (अख़बार, मैगज़ीन, ब्रोशर), टीवी, रेडियो, और होर्डिंग्स।
  3. सोशल मीडिया मार्केटिंग: सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स (जैसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, लिंक्डइन) का उपयोग करके किया जाने वाला मार्केटिंग, जो लोगों को जोड़ने, संपर्क करने, और साझा करने का माध्यम है।
  4. आउटबाउंड और इनबाउंड मार्केटिंग: आउटबाउंड मार्केटिंग में, उत्पादों या सेवाओं का प्रचार और बिक्री के लिए लोगों को निरंतर संपर्क किया जाता है, जबकि इनबाउंड मार्केटिंग में, ग्राहकों के द्वारा खोजी जाने वाली जानकारी का उपयोग किया जाता है ताकि वे स्वयं ही उत्पादों या सेवाओं की खोज कर सकें।

FAQ मार्केटिंग क्या है?

ऊपर हमने मार्केटिंग के बारे में विस्तार से जाना लेकिन फिर भी Marketing से जुड़े कुछ सवाल हैं जिनको आप यहां पर देख सकते हैं।

Q. मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव क्या है?

मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव एक व्यक्ति होता है जो किसी कंपनी या व्यापार की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी को निर्धारित करने और कार्यान्वित करने में सहायक होता है।

उनका काम होता है उत्पादों या सेवाओं के मार्केटिंग, मार्केटिंग कार्यक्रमों का निर्माण, मार्केटिंग कम्युनिकेशन की प्लानिंग करना ग्राहकों के साथ कम्युनिकेट करना, और मार्केट रिसर्च करना।

मार्केटिंग के लिए विभिन्न टूल्स का उपयोग करते हैं, और उत्पादों या सेवाओं की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए संचार के विभिन्न माध्यमों का उपयोग करते हैं।

Q, मार्केटिंग का अर्थ क्या होता है?

Marketing का अर्थ होता है उत्पादों या सेवाओं को बाजार में प्रस्तुत करने और उन्हें बेचने के लिए उपायों का योजना बनाना और कार्यान्वित करना। इसका मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को आकर्षित करना और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करना होता है।

Q, नेटवर्क मार्केटिंग क्या है ?

Network Marketing एक पिरामिड बिजनेस जैसी होती है जिसमें आप अपने नीचे किसी को ज्वाइन करवाते हैं और फिर वह अपने नीचे किसी को ज्वाइन करवाता है। इस तरह की मार्केटिंग में आपको लोग की टीम बनानी होती है जो आपके साथ मिलकर काम करती है और टीमवर्क करके आप इसमें पैसा कमाते हैं। और सबसे बड़ी ठगने वाली इंडस्ट्री भी यही है।

Conclusion

Marketing का मतलब है किसी प्रोडक्ट या सर्विस को बेचने के लिए लोगों को प्रभावित तरीके से प्रेरित करना। प्रोडक्ट की मार्केटिंग ब्रांडिंग और बिक्री को बढ़ाने के लिए काम करती है। मार्केटिंग किसी भी बिजनेस का एक महत्वपूर्ण पहलू है क्योंकि यह प्रोडक्ट्स और सर्विस के बारे में ग्राहकों के बीच जागरूकता पैदा करने में मदद करता है।

मार्केटिंग का लक्ष्य ग्राहकों को किसी विशेष प्रोडक्ट या सर्विस के लाभ और विशेषता दिखाकर उसे खरीदने के लिए प्रेरित करना है। मार्केटिंग में ग्राहक रिसर्च, विज्ञापन, स्ट्रेटजी, बिक्री और उसके बाद सर्विस जैसी विभिन्न गतिविधियां शामिल है किसी भी कंपनी की सफलता में एक सफल मार्केटिंग महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

आशा करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा, और मार्केटिंग क्या होती है आपको समझ में आया होगा।

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