ट्रिगर प्राइस क्या होता है? Trigger Price Meaning in Hindi

Trigger Price Meaning in Hindi – किसी भी शेयर को एक निश्चित कीमत पर खरीदने के लिए ट्रिगर प्राइस का इस्तेमाल किया जाता है शेयर बाजार में ज्यादातर ट्रिगर प्राइस का इस्तेमाल इंट्राडे ट्रेडर के द्वारा किया जाता है

क्योंकि एक trader के द्वारा हमेशा किसी भी शेयर को एक अच्छी कीमत पर खरीदारी करना बहुत ही आवश्यक है इसके अलावा आप trigger price का इस्तेमाल करके investing भी कर सकते हैं

आज किस लेख में हम आपको ट्रिगर प्राइस क्या होती है और ट्रिगर प्राइस कैसे लगाते हैं जैसे कई सारे सवालों के जवाब देने वाले हैं।

ट्रिगर प्राइस क्या होता है ?

जब आप share market में trading करते हैं तब आप अपने Broker की एप्लीकेशन पर किसी भी share की ट्रिगर प्राइस सेट कर सकते हैं ट्रिगर प्राइस का मतलब होता है।

किसी भी ब्रोकर को पहले से दिया हुआ एक ऐसा ऑर्डर होता है जो एक निश्चित कीमत आने पर automatic trigger हो जाता है।

ट्रिगर प्राइस के बारे में अच्छे से जानने के लिए आपको सबसे पहले हमारे द्वारा लिखा गया स्टॉप लॉस और ट्रिगर प्राइस क्या होती है इससे संबंधित लेख को जरूर पढ़ना चाहिए।

ट्रिगर प्राइस कैसे लगाते हैं ?

Share Bazaar में trigger price लगाना बहुत ही आसान है आप जिस भी ब्रोकर का इस्तेमाल करते हैं वहां पर आपको order type के अंदर trigger price लगाने का option मिलता है।

हमने आपको नीचे दी हुई फोटो के माध्यम से zerodha kite app के अंदर triggered price लगाने का जरिया बता रखा है आपको ट्रिगर प्राइस लगाते समय एक बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि ट्रिगर प्राइस हमेशा लिमिट प्राइस से ऊपर रहनी चाहिए।

Trigger Price setup

Stop loss Trigger price in hindi

जब भी आप किसी शेयर को खरीदने हैं तो आप stop loss को पहले से डिसाइड करते हैं अब मान लेते हैं आपने Trade लेकर किसी और काम को करना शुरू कर दिया है।

तो आप खरीदे हुए शेयर के sell बटन पर click करके ऑर्डर टाइप में जाकर stop loss trigger price लगा सकते हैं जिसके माध्यम से आपको हमेशा अपने ट्रेड पर नजर रखने की आवश्यकता नहीं पड़ने वाली है।

जब भी आपका stoploss trigger price आएगा आपका ब्रोकर ऑटोमेटिक आपके order को execute कर देगा, स्टॉप लॉस ट्रिगर प्राइस एक intraday trader के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

ट्रिगर प्राइस और लिमिट प्राइस में क्या अंतर है ?

Share Bazaar में आने वाले कई सारे नए लोगों को एक संदेह रहता है की लिमिट प्राइस और ट्रिगर प्राइस अलग-अलग होता है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।

जब भी आप किसी share के स्टॉपलॉस ट्रिगर प्राइस को लगाते हैं तब आपको trigger price और limit price दोनों पहले से ही set करके रखनी पड़ती है

इसके अलावा जब आप अपने Broker को trigger price stop loss का आर्डर देते हैं तब आपको एक कीमत पर limit price सेट करनी पड़ती है और इसके बस थोड़ा सा ऊपर ट्रिगर प्राइस को सेट करना पड़ता है।

तब जाकर आपका पूरा ट्रिगर प्राइस स्टॉप लॉस का आर्डर एग्जीक्यूट होता है।

ट्रिगर प्राइस और लिमिट प्राइस उदाहरण

Exmpel – मान लेते हैं आपने रिलायंस कंपनी के 510 रुपए के भाव पर 100 share खरीदे हैं लेकिन आपको इन 100 share का ₹10 Stoploss देने है।

अब क्योंकि आप हमेशा अपने Trade पर नजर नहीं रख सकते हैं जिसके कारण आप अपने broker के माध्यम से ट्रिगर प्राइस Stop loss का इस्तेमाल करते हैं।

अब मान लेते हैं आपको यहां पर trigger price stop loss लगाना है

तो आपको अपने खरीदे हुए शेयर के sell button पर Click करके ऑर्डर टाइप में जाना है order type में जाने के बाद में आपको SL order पर click करना है।

अब आपके यहां पर दो option मिलते हैं पहले ऑप्शन में आपको trigger price देखने के लिए मिलता है और दूसरे में limit price देखने के लिए मिलता है।

क्योंकि आपका Stoploss ₹500 का होने वाला है तो आपको लिमिट प्राइस में ₹500 डालना है और ट्रिगर प्राइस के अंदर हमेशा की तरह थोड़ा सा ऊपर ₹502 डाल देना है।

अब जैसे ही मार्केट आपके स्टॉपलॉस के नजदीक आता है तब stoploss trigger price के कारण ऑटोमेटिक कट हो जाएगा।

Trigger Price meaning in hindi

Q. ट्रिगर प्राइस क्यों लगाते हैं ?

Ans. शेयर बाजार में काम करने वाले कई सारे लोग अन्य कार्य भी करते हैं जिसके कारण वह हमेशा अपने trade पर नजर नहीं रख सकते हैं इस वजह से वह ट्रिगर प्राइस स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करते हैं जिसके कारण ब्रोकर उनके stoploss को ऑटोमेटिक कट कर देता है जिस वजह से उन्हें बड़ा लॉस नहीं हो पता है।

Q. ट्रिगर प्राइस कब लगाया जाता है ?

Ans. आप शेयर बाजार में नए हैं या आपके पास में कम टाइम है तब आप trigger price लगाना शुरू कर सकते हैं क्योंकि कई सारे नए लोगों की यह परेशानी होती है कि जब उन्हें फायदा होता है तब वह trade से जल्दी निकल जाते हैं लेकिन जब नुकसान होता है तब वह उसे लेकर बैठे रहते हैं जिसके कारण उनको बहुत बड़ा loss हो जाता है तो अगर आपकी भी ऐसी परेशानी है तो आप पहले से ही ट्रिगर प्राइस स्टॉप लॉस का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Trigger Price Meaning in Hindi Conclusion

आज के इस लेख में हमने आपको ट्रिगर प्राइस क्या होती है से संबंधित संपूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया है इस लेके को पढ़ने के बाद में आप trigger price लगाना सीख सकते हैं

आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट ♥ करके जरूर बताएं इसके अलावा आप शेयर बाजार से संबंधित और किस विषय के बारे में सीखना चाहते हैं वह भी हमें कमेंट करके जरूर बताएं

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